Naturally Aspirated V/S Turbo Charged Engine 4 व्हीलर मार्केट में 2 तरह के इंजन मॉड्यूल्स काफी ज़्यादा कॉमन है नैचुरली एस्पिरेटेड और टर्बोचार्ज्ड दोनों हे अपने अपने प्रोस्पेक्टिव से अच्छे हैं।
लेकिन एक नार्मल कस्टमर कैसे डीडे करे की उसके लिए कौन सा इंजन ऑप्शन बेहतर होगा ये थोड़ा कंफ्यूज करने वाला सवाल है आज हम आप को आसान भाषा में यह समझाने की कोशिश करेंगे की इन दोनों इंजन्स में क्या अन्तर होता है और व् क्या वो अंतर एक नए कस्टमर के लिए वाक़ई मायने रखती हैं या नहीं।
किसी भी इंजन में जो भी फ्यूल डेलिवेरी सिस्टम होता है वो उस इन का मॉड्यूल बताता है अब सवाल आता है की फ्यूल डिलीवरी सिस्टम होता क्या है इसको कुछ इस तरह से समझिये की हर इंजन के मॉड्यूल का आपने एक तरीका होता है जिसके माध्यम से वह इंजन तक फ्यूल को डिलीवर करता है जिसके आधार पर हम समझ पते हैं की कोई इंजन नैचुरली एस्पिरेटेड है या फिर टर्बोचार्ज्ड।
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(Naturally Aspirated V/S Turbo Charged) Naturally Aspirated Engine
नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन का फ्यूल डिलीवरी सिस्टम एक नार्मल इंजन की तरह होता है जैसा की इसके नाम से हे अंदाज़ा लग जाता है इस इंजन में इन्टेक वलावे के थ्रू नेचुरल एयर आती है और फिर फ्यूल के साथ मिक्स हो कर कम्प्रेशन क्रिएट करती है और इंजन फंक्शन करता है।
नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन में काफी पॉपुलर कार जैसे की Tata Nexon है।
(Naturally Aspirated V/S Turbo Charged) Turbo Charged Engine
टर्बोचार्ज्ड इंजन नैचुरली एस्पिरेटेड से बिलकुल अलग होता है इसमें फ्यूल् डिलीवरी सिस्टम के साथ एक टरबाइन सिस्टम भी कुछ इस तरह जुड़ा होता है जब एयर इन्टेक वाल्व से हो कर इंजन तक पहुँचती है तो टरबाइन का टर्बो सिस्टम उसको एक तरह का बूस्ट देता है और जब या एयर एक्सॉस्ट वाल्व से बहार जाती है तो इस एयर को वापस से टरबाइन से होते हुए फिर से इंजन तक भेजा जाता है।
इससे फ्यूल की एफिशिएंसी जो भी बच गयी थी उसको फिर से अच्छे इस्तेमाल किया जा सके इस टरबाइन का प्रयोग करके इंजन को ज़्यादा पावर प्रोडूस करने और फ्यूल एफिशिएंसी को बढ़ाने में मदद मिलती है।
टर्बोचार्ज्ड इंजन में पॉपुलर कार जैसे की Hyundai Creta
(Naturally Aspirated V/S Turbo Charged) कौन सा इंजन आपके लिए बेहतर होगा
देखिये इस बात को डिसाईड करना काफी आसान है दोनों इंजन्स के अपने फायदे और नुकसान हैं नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन जहाँ एक तरफ आप को काम पावर काम माइलेज लेकिन लम्बी इंजन लाइफ ऑफर करता है और रेलिएबिल्टी के मामले में कहीं ज़्यादा बेहतर है।
वहीं दूसरी तरफ टर्बोचार्ज्ड इंजन ज़्यादा पावर ज़्यादा फ्यूल एफिशिएंसी देता है लेकिन इंजन लाइफ और मेंटेनन्स इसका नैचुरली एस्पिरेटेड की तुलना में थोड़ा सा ज़्यादा है रिलायबिलिटी को लेकर जहाँ तक कुछ साल पहले कई दिक्क्तें देखने में आती है समय के साथ साथ ऑटोमोबाइल कंपनियों ने उन में काफी हद तक सुधार कर लिया है।
(Naturally Aspirated V/S Turbo Charged) Opinion
अगर आप को गाडी ज़्यादा तर सिटी में चलनी है या आप एक डेसेन्ट तरह के ड्राइवर हो और काम खर्च वाला एक रिलायबल सस्ता और रिफाइंड इंजन चाहते हो तो नो डाउट आप के नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन बेस्ट रहने वाला है।
वहीँ दूसरी तरफ अगर आपको पावर बेटर फ्यूल एफिशिएंसी के साथ ड्राइविंग में थोड़ा एडवेंचर पसंद है तो आप के लिए बना है टर्बोचार्ज्ड इंजन उम्मीद करता हूँ अब आप के सारे डाउट्स क्लियर हो गए होंगे और आप अपने लिए एक सही कार और और एक सही इंजन सेलेक्ट कर पाएंगे।
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